सिस्टम पैनल कनेक्टर - सेंट्रल प्रोसेसिंग के ऊपर वाला हिस्सा जिसमे पावर स्विच लीड रिसेट स्विच हार्ड डिस्क लीड कनेक्ट की जाती है /
यूनिवर्सल सीरियल बस - यह ९ पिन का होता है/ इसे कॉम्पेक्ट डिस्क रोम में कनेक्ट करते है/ इसे लागाने से कोई भी कॉम्पेक्ट डिस्क आटोमेटिक रन करती है.
एनालॉग ऑडियो कनेक्टर - चार पिन का होता है /
फ्रंट ऑडियो कनेक्टर - ९ पिन का होता है/ माइक्रो फ़ोन स्पीकर हेडफ़ोन कनेक्ट करते है/
गेम और मिडी कनेक्टर- यह १५ या १६ पिन का होता था। इसमें जॉयस्टिक जोड़ते थे /
A T X ट्वीन बोर्ड कनेक्टर - यह कनेक्टर p 4 तक २० का उसके बाद २४ पिन का आया है.
ATX पावर कनेक्टर- कनेक्टर P 4 तक २० पिन का इसके बाद २४ पिन का आया है /
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट और चेसिस फैन कनेक्टर - यह कनेक्टर P ४ तक ३ पिन का और उसके बाद ४ पिन का आया है/
सीरियल एडवांस टेक्नोलॉजी अटैचमेंट- इसमे 7 कहीं कहीं 8 पिन होती हैं / काले रंग का कनेक्टर होता है और लाल रंग की केबल है /
आई डी इ कनेक्टर - यह ४० पिन का होता है लगभग हर कंप्यूटर में है / इसके द्वारा कॉम्पेक्ट डिस्क और हार्ड डिस्क को जोड़ते है/
एफ डी डी - यह ३४ पिन का होता है /
जम्फर - यह ३ पिन का होता है / यह हार्डवेयर की सेटिंग के काम आता है /
क्लियर सिमोस जम्फर- सिस्टम में किसी भी प्रकार की सेटिंग हो जाती है/ जिसकी वजह से डिस्प्ले नहीं आता है बूट नहीं करता है /
यूनिवर्सल सीरियल बस बैकअप जम्फर - यह usb को इनेबल और डिसएबल करने के काम आता है/
बायोस कॉन्फिग जम्फर - बायोस में जाने के बाद कुछ सेटिंग नहीं कर पाते है / तो बायोस जम्फर की स्थिती बदल कर कर सकते है/
एक्सपेंशन स्लॉट्स-
MCA स्लॉट्स - १९८० में आया था/
ISA स्लॉट्स - ८ बिट और १६ बिट का था /
EISA स्लॉट्स - p 3 मदरबोर्ड में आया था इसमें ९८ पिन होती थी/
एक नौच होता था और का होता था/
VESA स्लॉट्स- ३२ बिट का था पुराने समय में चलता था PCI स्लॉट्स के बराबर था/
PCI स्लॉट्स - ६४ बिट्स का स्लॉट्स है /सफ़ेद रंग का होता है/ स्पीड मेगाहर्ट्ज़ है/
पीसीआई एक्सटेंडेड- इसे hp कॉम्पेक्ट और आई बी ऍम ने मिलकर बनाया था/इसमें केवल लेन कार्ड लगता है स्पीड ५३३ मेगा हर्ट्ज़ है/
PCI एक्सप्रेस- यह आजकल आधुनिक तकनीक में काम करता है/ यह काले रंग का स्लॉट्स होता है/ इसमें डिस्प्ले कॉर्ड लगते है/ इसमें ८० मेगाहर्ट्ज़ स्पीड होती है/
एडवांस मॉडेम रेसर - साउंड और मॉडेम के लिए यूज़ करते है / मदरबोर्ड के किनारे काले रंग के बीच में सिंगल नौच होता है/
कम्युनिकेशन नेटवर्क रेसर - मदरबोर्ड के साइड में होता है/ सिंगल नौच होता है इसमें लेनकार्ड और मॉडेम लगी होती है/
एक्सेलरेटेड ग्राफ़िक -कार्ड - यह भूरे रंग का होता है / इसमें ग्राफ़िक कार्ड लगाते है/
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट सॉकेट और स्लॉट्स - यह सॉकेट सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के लिए होता है/इसमें माइक्रो प्रोसेसर लगाया जाता है/ यह सॉकेटसॉकेट और स्लॉट्स में काम करे है /
सुपर इनपुट /आउटपुट कंट्रोलर चिप- मदरबोर्ड में सबसे बड़ी तीसरी बड़ी चिप होती है/
यह सारी इनपुट/आउटपुट डेटा लाने व ले जाने करती है /
ऑडियो कंट्रोलर चिप-चिप चकोर होता है/ और मदरबोर्ड के किनारे है/ जिस कंपनी का चिप होता है/ उसी कंपनी का ड्राइवर यूज़ करते है/ यह चिप पेरीफेरल कॉम्पोनेन्ट इंटरफ़ेस स्लॉट्स और कैबिनेट वाल के बीच में होता है/
फ़्लैश रैम बायोस - ३२ पिन या ४० पिन की होती है/ बायोस में जाकर जब सेव है/ तो यह सारी ईएस चिप में सेव होती है/
माउस पोर्ट - हरा रंग का होता है /
की बोर्ड - बैगनी रंग का होता है/
वीडिओ पोर्ट - डी बी १५ फीमेल ५+५+५ लेटेस्ट वीडियो पोर्ट
सीरियल पोर्ट - डी बी ९ और डी बी १५ मेल कनेक्टर
मॉसफेट (मेटल ऑक्साइड सेमीकंडक्टर फील्ड इफ़ेक्ट ट्रांजिस्टर )- मदरबोर्ड में छोटी- छोटी चिप होती है/ जिसमे ३ पिन होती है/जिसमे एक छोटी पिन होती है/जो आधी टूटी होती है/ जो वोल्टेज रेगुलेट वजह से कब ज्यादा और कब काम सप्लाई की आवश्यकता होती है/ इसको मेन्टेन करती है/
क्वायल - गोल गोल तांबे के छल्ले लगे होते है/ इन फ़िल्टर के लिए लगाया जाता है/
नार्थ ब्रिज - मदरबोर्ड की सबसे बड़ी चिप नार्थ चिप होती है/ जो महत्वपूर्ण होती है/ जो / इसका कार्य माइक्रोप्रोसेसर के डेटा को साउथ ब्रिज और A G P को डेटा लाने जाने का कार्य करती है/ A G P के रैम के आस पास मिलेगा/
कमांड देने पर इंस्ट्रक्शंस हार्ड-डिस्क पर जाएगा / हार्डडिस्क इंस्ट्रक्शंस आई डी इ को देगा / आई डी इ एफ एस बी के द्वारा नार्थ ब्रिज होते हुए जायेगा /और प्रोसेसर उसे जाएगा/ और डिस्प्ले कार्ड मॉनिटर देगा /
यूनिवर्सल सीरियल बस - यह ९ पिन का होता है/ इसे कॉम्पेक्ट डिस्क रोम में कनेक्ट करते है/ इसे लागाने से कोई भी कॉम्पेक्ट डिस्क आटोमेटिक रन करती है.
एनालॉग ऑडियो कनेक्टर - चार पिन का होता है /
फ्रंट ऑडियो कनेक्टर - ९ पिन का होता है/ माइक्रो फ़ोन स्पीकर हेडफ़ोन कनेक्ट करते है/
गेम और मिडी कनेक्टर- यह १५ या १६ पिन का होता था। इसमें जॉयस्टिक जोड़ते थे /
A T X ट्वीन बोर्ड कनेक्टर - यह कनेक्टर p 4 तक २० का उसके बाद २४ पिन का आया है.
ATX पावर कनेक्टर- कनेक्टर P 4 तक २० पिन का इसके बाद २४ पिन का आया है /
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट और चेसिस फैन कनेक्टर - यह कनेक्टर P ४ तक ३ पिन का और उसके बाद ४ पिन का आया है/
सीरियल एडवांस टेक्नोलॉजी अटैचमेंट- इसमे 7 कहीं कहीं 8 पिन होती हैं / काले रंग का कनेक्टर होता है और लाल रंग की केबल है /
आई डी इ कनेक्टर - यह ४० पिन का होता है लगभग हर कंप्यूटर में है / इसके द्वारा कॉम्पेक्ट डिस्क और हार्ड डिस्क को जोड़ते है/
एफ डी डी - यह ३४ पिन का होता है /
जम्फर - यह ३ पिन का होता है / यह हार्डवेयर की सेटिंग के काम आता है /
क्लियर सिमोस जम्फर- सिस्टम में किसी भी प्रकार की सेटिंग हो जाती है/ जिसकी वजह से डिस्प्ले नहीं आता है बूट नहीं करता है /
यूनिवर्सल सीरियल बस बैकअप जम्फर - यह usb को इनेबल और डिसएबल करने के काम आता है/
बायोस कॉन्फिग जम्फर - बायोस में जाने के बाद कुछ सेटिंग नहीं कर पाते है / तो बायोस जम्फर की स्थिती बदल कर कर सकते है/
एक्सपेंशन स्लॉट्स-
MCA स्लॉट्स - १९८० में आया था/
ISA स्लॉट्स - ८ बिट और १६ बिट का था /
EISA स्लॉट्स - p 3 मदरबोर्ड में आया था इसमें ९८ पिन होती थी/
एक नौच होता था और का होता था/
VESA स्लॉट्स- ३२ बिट का था पुराने समय में चलता था PCI स्लॉट्स के बराबर था/
PCI स्लॉट्स - ६४ बिट्स का स्लॉट्स है /सफ़ेद रंग का होता है/ स्पीड मेगाहर्ट्ज़ है/
पीसीआई एक्सटेंडेड- इसे hp कॉम्पेक्ट और आई बी ऍम ने मिलकर बनाया था/इसमें केवल लेन कार्ड लगता है स्पीड ५३३ मेगा हर्ट्ज़ है/
PCI एक्सप्रेस- यह आजकल आधुनिक तकनीक में काम करता है/ यह काले रंग का स्लॉट्स होता है/ इसमें डिस्प्ले कॉर्ड लगते है/ इसमें ८० मेगाहर्ट्ज़ स्पीड होती है/
एडवांस मॉडेम रेसर - साउंड और मॉडेम के लिए यूज़ करते है / मदरबोर्ड के किनारे काले रंग के बीच में सिंगल नौच होता है/
कम्युनिकेशन नेटवर्क रेसर - मदरबोर्ड के साइड में होता है/ सिंगल नौच होता है इसमें लेनकार्ड और मॉडेम लगी होती है/
एक्सेलरेटेड ग्राफ़िक -कार्ड - यह भूरे रंग का होता है / इसमें ग्राफ़िक कार्ड लगाते है/
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट सॉकेट और स्लॉट्स - यह सॉकेट सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के लिए होता है/इसमें माइक्रो प्रोसेसर लगाया जाता है/ यह सॉकेटसॉकेट और स्लॉट्स में काम करे है /
सुपर इनपुट /आउटपुट कंट्रोलर चिप- मदरबोर्ड में सबसे बड़ी तीसरी बड़ी चिप होती है/
यह सारी इनपुट/आउटपुट डेटा लाने व ले जाने करती है /
ऑडियो कंट्रोलर चिप-चिप चकोर होता है/ और मदरबोर्ड के किनारे है/ जिस कंपनी का चिप होता है/ उसी कंपनी का ड्राइवर यूज़ करते है/ यह चिप पेरीफेरल कॉम्पोनेन्ट इंटरफ़ेस स्लॉट्स और कैबिनेट वाल के बीच में होता है/
फ़्लैश रैम बायोस - ३२ पिन या ४० पिन की होती है/ बायोस में जाकर जब सेव है/ तो यह सारी ईएस चिप में सेव होती है/
माउस पोर्ट - हरा रंग का होता है /
की बोर्ड - बैगनी रंग का होता है/
वीडिओ पोर्ट - डी बी १५ फीमेल ५+५+५ लेटेस्ट वीडियो पोर्ट
सीरियल पोर्ट - डी बी ९ और डी बी १५ मेल कनेक्टर
मॉसफेट (मेटल ऑक्साइड सेमीकंडक्टर फील्ड इफ़ेक्ट ट्रांजिस्टर )- मदरबोर्ड में छोटी- छोटी चिप होती है/ जिसमे ३ पिन होती है/जिसमे एक छोटी पिन होती है/जो आधी टूटी होती है/ जो वोल्टेज रेगुलेट वजह से कब ज्यादा और कब काम सप्लाई की आवश्यकता होती है/ इसको मेन्टेन करती है/
क्वायल - गोल गोल तांबे के छल्ले लगे होते है/ इन फ़िल्टर के लिए लगाया जाता है/
नार्थ ब्रिज - मदरबोर्ड की सबसे बड़ी चिप नार्थ चिप होती है/ जो महत्वपूर्ण होती है/ जो / इसका कार्य माइक्रोप्रोसेसर के डेटा को साउथ ब्रिज और A G P को डेटा लाने जाने का कार्य करती है/ A G P के रैम के आस पास मिलेगा/
कमांड देने पर इंस्ट्रक्शंस हार्ड-डिस्क पर जाएगा / हार्डडिस्क इंस्ट्रक्शंस आई डी इ को देगा / आई डी इ एफ एस बी के द्वारा नार्थ ब्रिज होते हुए जायेगा /और प्रोसेसर उसे जाएगा/ और डिस्प्ले कार्ड मॉनिटर देगा /
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